आलम में शबे-ज़रबत ऐ मोमिनों आई है… हज़रत अली के गम में आज से शुरू होगा मजलिस-मातम का सिलसिला
रसूले इस्लाम के चचेरे भाई, मुसलमानों के चौथे खलीफा और शिया मुसलमानों के पहले इमाम हजरत अली की शहादत के गम में रविवार से शहर के विभिन्न इमामबाड़ों, रौजों और कर्बला में मजलिस-मातम का सिलसिला शुरू हो जाएगा। माहे रमजान की 19 तारीख सोमवार की सुबह सआदतगंज के रौजए काजमैन स्थित मस्जिदे कूफा से गिलीम के ताबूत का जुलूस निकाला जाएगा।
माहे रमजान की 19 तारीख को फज्र की नमाज के वक्त मस्जिदे कूफा में हजरत अली पर हुए हमले की याद में रविवार शाम से ही मजलिस-मातम का सिलसिला शुरू हो जाएगा, जो 21 रमजान तक जारी रहेगा। रविवार शाम को शिया बहुल इलाकों में ‘आलम में शबे-ज़रबत ऐ मोमिनों आई है, इब्ने मुल्जिम ने हैदर को मारा, रोजेदारों कयामत का दिन हैÓ जैसे पुराने और बैनिया नौहों की सदाएं गूंज कर माहौल को गमगीन बनाएगी। वहीं रोजेदार मस्जिद और इमामबाड़ों में भी मजलिस-मातम कर हजरत अली का गम मनाएंगे।
शबीहे नजफ में मजलिसें आज से
सआदतगंज के रुस्तम नगर स्थित रौजए शबीहे नजफ में रविवार से मजलिसों का आयोजन शुरू होगा, जो 6 जून तक जारी रहेगा। रविवार को रात 9:30 बजे होने वाली पहली मजलिस को मौलाना मिर्जा जाफर अब्बास, अगले दिन सोमवार सुबह 8 बजे होने वाली मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक, रात 9:30 बजे होने वाली मजलिस को मौलाना हसन मुत्तकी मीसम जैदी, मंगलवार को सुबह 8 बजे सुबहे वसीयत के उनवान से होने वाली मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक, रात 8 बजे मौलाना यासूब अब्बास, रात 9 बजे मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी मजलिसों को खिताब करेंगे। इसी दिन देर रात इन मजलिसों के बाद होने वाली मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक खिताब करेंगे। 21 रमजान को सुबह की नमाज के बाद होने वाली अलविदाई मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक खिताब करेंगे, जिसके बाद ताबूत का जुलूस निकलेगा, जो रौजए शबीहे नजफ से करबला दियानुतदौला, काजमैन रोड, मंसूर नगर, टूडिय़ागंज होते हुए कर्बला तालकटोरा पहुंचेगा, जहां ताबूत को सुपुर्दे लहद किया जाएगा।
सिब्तैनाबाद इमामबाड़े में तीन मजलिसें आज से
हजरतगंज स्थित इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद में रविवार से तीन दिवसीय मजलिसें इमामबाड़ा प्रबंधन की ओर से आयोजित होगी। इमामबाड़े के मुतवल्ली मोहम्मद हैदर एडवोकेट ने बताया कि रात 8 बजे तिलावते कलामे पाक से मजलिसों का आगाज होगा। रविवार को होने वाली पहली मजलिस को मौलाना सफी हैदर, सोमवार को मौलाना अली रजा जैदी और मंगलवार को होने वाली आखिरी मजलिस को मौलाना अकील अब्बास मारूफी खिताब करेंगे।
इमामबाड़ा आगा बाकर में मजलिसें आज से
अंजुमन सज्जादिया की ओर से चौक मंडी स्थित इमामबाड़ा आगा बाकर में तीन दिवसीय मजलिसों का आयोजन रविवार से किया जाएगा। अंजुमन के सचिव मोहम्मद जाफर रिजवी ने बताया कि रविवार को इमामबाड़े में मौलाना मोहम्मद तकी रिजवी मगरिब की नमाज अदा कराएंगे, जिसके बाद होने वाली मजलिस को मौलाना अली मुत्तकी जैदी खिताब करेंगे, जिसके बाद इमामबाड़ा परिसर में अकीदतमंदों को ताबूत की जियारत कराई जाएगी। इमामबाड़े में मजलिस-मातम का सिलसिला तीन दिन तक जारी रहेगा। 21 रमजान को दिन में 11 बजे महिलाओं की मजलिस होगी, जिसके बाद ताबूत बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा भी शहर के अन्य इमामबाड़ों, रौजों, कर्बला और मस्जिदों में मजलिस-मातम का आयोजन कर अकीदतमंद इमाम का गम मनाएंगे।
गिलीम के ताबूत का जुलूस कल
ईराक के कूफा स्थित मस्जिदे कूफा में हजरत अली पर 19 रमजान को सुबह की नमाज के वक्त हुए कातिलाना हमले के गम में सोमवार को राजधानी में गिलीम के ताबूत का जुलूस निकाला जाएगा। सआदतगंज के रौजए काजमैन स्थित मस्जिदे कूफा में सोमवार को सुबह की नमाज होगी, जिसके बाद मजलिस आयोजित होगी। मजलिस के बाद मस्जिद से गिलीम के ताबूत का जुलूस निकाला जाएगा, जो मंसूर नगर तिराहा, अशर्फाबाद, टूडिय़ागंज से मुड़ कर नक्खास, अकबरी गेट, शिया कॉलेज के सामने से होता हुआ पाटानाला पहुंचेगा जहां ताबूत महिलाओं के सुपुदे कर दिया जाएगा और महिलाएं ताबूत को लेकर इमामबाड़ा हकीम सैय्यद मोहम्मद तकी पहुंचेगी।