नम आँखों के साथ लखनऊ के विक्टोरिया स्ट्रीट से निकला चुप ताज़िया का जुलूस
दो महीने आठ दिन तक मनाया जाने वाला मोहर्रम शनिवार को चुप ताजिये के जुलूस के साथ थम गया। शनिवार को सुबह की नमाज के बाद विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित नाजिम साहब के इमामबाड़े से चुप ताजिये का जुलूस निकाला गया, जो सआदतगंज स्थित रौजए काजमैन पहुंच कर सम्पन्न हुआ।
जुलूस से पहले सुबह की नमाज के बाद मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक ने खिताब किया। मजलिस के बाद इमामबाड़े से चुप ताजिये का जुलूस शान से निकला। जुलूस में आगे-आगे बैनर था, जिसके पीछे हाथी पर निशान लिए लोग थे।
जुलूस में इमाम हुसैन की सवारी का प्रतीक जुलजनाह, हजरत अब्बास की निशानी अलम, इमाम हुसैन के छह माह के पुत्र जनाबे अली असगर की निशानी झूला (गहवारा), ऊंटों पर अमारियां, ताजिये आदि तबर्रुकात शामिल थे, जिनकी अकीदतमंद जियारत कर दुआएं मांगी।
ताजियों को रौजए काजमैन स्थित दफ्नगाह में सुपुर्दे खाक किया गया। यहां होने वाली अलविदाई मजलिस को मौलाना मिर्जा मोहम्मद अशफाक खिताब किया।